ANIMAL WELFARE

Wednesday 9 October 2019

डॉ.नीलम बाला,सचिव एडब्ल्यूबीआई को "यू.पी.रत्न-2019" अवार्ड


लखनऊ (उत्तर प्रदेश); 6 अक्टूबर 2019: डॉ. आर.बी. चौधरी

उत्तर प्रदेश की राजधानी  लखनऊ में आयोजित नेशनल इंटेलेक्चुअल  सोसाइटी के तत्वावधान में  एक   राष्ट्रीय  कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया  था जिसमें आयोजन समिति  ने एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ़ इंडिया (एडब्ल्यूबीआई)  सचिव ,डॉ. नीलम बाला, सचिव -को  "यूपी रत्न - 2019"  अवार्ड से  सम्मानित किया.यह सम्मान पहली  बार उत्तर प्रदेश के किसी  महिला पशु चिकित्सक को उल्लेखनीय पशु चिकित्सा सेवा के लिए सम्मानित किया गया है.
  
यूपी आइकन अवार्ड, 2019 पशु चिकित्सा , अनुसंधान, शिक्षा, प्रशिक्षण और विकासात्मक गतिविधियों  पर  उनके समर्पित जीवन एवं उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है। डॉ. बाला पशुचिकित्सा आनुवंशिकी और प्रजनन में विशेष  योग्यता रखने वाली महिला है  और एडब्ल्यूबीआई  इतिहास की पहली पशु चिकित्सक डॉक्टरेट- प्रशासक हैं। वर्तमान में डॉ. नीलम केंद्र सरकार में  गत 4अक्टूबर से  आगामी 4 वर्षों तक प्रतिनियुक्ति पर हैं। वह  केंद्रीय परियोजनाओं के माध्यम से उत्तर प्रदेश  को सबसे समृद्ध बनाने के लिए पशु कल्याण पर  राज्य का समर्थन करने के लिए हमेशा आगे रहती हैं.  अभी कुछ दिन पूर्व के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ एक  बैठक में  उन्हें पशु कल्याण परियोजना के संचालन के मामले में बातचीत की तो मुख्यमंत्री ने उन्हें योजनाओं की सफलता के लिए पूर्ण समर्थन देने का वादा किया.

यहां यह बता दें कि डॉ. नीलम बाला उत्तर प्रदेश में पशुपालन विभाग में एक लोकप्रिय पशु चिकित्सक हैं. उत्तर प्रदेश में वह  विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं जैसे- एस्टेट ऑफिसर, नोडल ऑफिसर (ट्रेनिंग) और पशुपालन विभाग उत्तर प्रदेश सरकार में विभिन्न समितियों के सदस्य के रूप में  भी  काम किया है और उन्होंने सोडिक लैंड प्रोजेक्ट- III, एक विश्व बैंक परियोजना के आजीविका  सहयोग एवं समर्थन उद्देश्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.  वैसे डॉ. बाला हरियाणा में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार से पशु चिकित्सा ग्रैजुएट एवं पोस्ट ग्रैजुएट होने के साथ-साथ उसी विश्वविद्यालय से  पशु आनुवंशिकी और प्रजनन में पीएच.डी. है. वह आईआईएम, आईवीआरआई, एमएएनएजीइ, एनआईडीएम, डब्लूआईआई,  आईएएसआरआई,एनआईआरडी, सीपीडीओ में सामान्य प्रबंधन, शासन और पशु चिकित्सा विज्ञान और पशु कल्याण से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त अधिकारी हैं. दुनिया भर में प्रकाशित होने वाले कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शोध प्रकाशनों में उनके शोध पत्र प्रकाशित हैं.  साथ ही साथ पशु स्वास्थ्य पर प्रशिक्षण कार्यक्रम पर आयोजित कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी फोर्ट कोलिन्स में भारत का प्रतिनिधित्व  भी कर चुकी हैं. ’इंटरनेशनल वन हेल्थ कांग्रेस मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया में पेपर प्रस्तुत किया है.

वह आइएएवीआर, आईएसवीयम, आईएसएजीबी, एलएसएआई सहित पशु विज्ञान से संबंधित कई संघों की सदस्य हैं. वह कई पत्रिकाओं के समीक्षक और कार्यकारी सदस्य भी हैं. वह सीडीआरआई, आईआईटीआर, एनबीआरआई सहित कई संस्थाओं की  सीपीसीएसईए  की नॉमिनी भी हैं. डॉ. नीलम बाला को उनके योगदान के लिए विभिन्न संगठनों द्वारा सम्मानित किया गया है जिनमें से एक उल्लेखनीय महिला वेटरिनरी अवार्ड, सुल्तान अवार्ड, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम उत्कृष्टता पुरस्कार, राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार, युवा वैज्ञानिक पुरस्कार और भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय छात्रवृत्ति भी प्राप्त कर चुकी है.

डॉ. नीलम बाला विशेष रूप से निराश्रित जानवरों की बेहतर देख-भाल के लिए पशु कल्याण और उत्पन्न होने वाले अपराधों निवारण के लिए प्रयासरत हैं. वह सरकार, पशु प्रेमियों और जनता के बीच  जानवरों की देखभाल के एक सेतु निर्माण करने के लिए कार्यरत तथा देश में पशु क्रूरता निवारण के साथ साथ पशु कल्याण में महिला सशक्तिकरण के लिए बहुत उत्सुक है.अभी हाल में  नॉर्वे के बर्गन में आयोजित  होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था जहां पर  पशु कल्याण विषय पर उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया है.


****

Wednesday 2 October 2019

उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग ने आम आदमी से सीधे संवाद हेतु वेबसाइट का लोकार्पण किया


हाइलाइट्स:

# उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गांधी के ग्राम स्वराज का सपना साकार करेगा उत्तर प्रदेश.

# उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि गांधी जी और शाष्त्री जी की भावना का सम्मान स्वच्छता में योगदान और प्लास्टिक का बहिष्कार करके किया जा सकता है.

# आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर श्यामनंदन सिंह ने कहा कि गोसेवा आयोग की नवीनतम वेबसाइट से गोपालक अब ऑनलाइन अनुदान के लिए आवेदन कर सकेंगे.

डॉ. आर. बी. चौधरी
 2 अक्टूबर, 2019; लखनऊ (उत्तर प्रदेश)

महात्मा गांधी की 151वीं जयंति पर उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग ने जनता को उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग की नवीनतम वेबसाइट का अनावरण गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर शहीद पथ पर स्थित अवध शिल्पग्राम में एक उत्पाद एक योजना के 10 दिवसीय प्रदर्शनी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के किसानों को खुशहाल बनाने और उद्यमिता के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए संकल्पबद्ध है। राज्य सरकार के सभी विभाग बापू के ग्राम स्वराज को साकार करने के लिए हर सम्भव कार्य कर रहे हैं।

इस अवसर पर आयोजन की मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि ढाई साल के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने अनेक योजनाओं के माध्यम से इतना काम किया है जितना पिछले 15 साल में भी नहीं हुआ। महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शाष्त्री की जयंति पर उनके सपने को साकार करने के लिए स्वच्छता और प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने में हमें हर संभव योगदान देना चाहिए। इस अवसर पर पंचायती राज विभाग, लघु उद्यम और खादी ग्रामोद्योग विभाग की कई योजनाओं के तहत श्रमिकों और उद्यमियों को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्यमियों को अब लोन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। महज 59 मिनट में लोन की सारी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी।इस आयोजन में मंच पर लघु उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, खादी ग्रामोद्योग मंत्री चौधरी उदयभान, संस्कृति और पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, मुख्य सचिव आर के तिवारी, गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम नंदन सिंह, उपाध्यक्ष यशवन्त सिंह भी मौजूद थे।

उ.प्र गो सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर श्याम नन्दन सिंह ने बताया कि आयोग की नवीन वेबसाइट गो संरक्षण और संवर्धन के सम्बंध में सभी प्रकार के नवीन जानकारियां उपलब्ध हैं। उ.प्र. में आयोग देशी नस्ल के गोवंश के संरक्षण की दिशा में गोपालकों और गोशालाओं की सहभागिता बढ़ाने के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी वेबसाइट में उपलब्ध करवाई गई है। इस वेबसाइट से सभी प्रकार की सरकारी योजनाओं, पंजीकृत गोशालाओं, सभी प्रकार के गोवंश की नस्लों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इस वेबसाइट में अद्यतन उपलब्ध सभी अनुदेश, शासनादेश और योजनाओं का विवरण सुलभ है।प्रदेश भर में गो सेवा अश्रय स्थल, गोशालाओं या सरकारी विभागों से सम्बंधित किसी प्रकार की शिकायत भी ऑनलाइन करने की सुविधा वेबसाइट में उपलब्ध है। गोपालक उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग से सम्बन्धित सभी जानकारी upgosevaayog.in/ upgosvaayog.upsdc.gov.in पर हासिल की जा सकती है।

वेबसाइट के अनावरण के अवसर पर आयोग के सदस्य कृष्ण कुमार सिंह ‘भोले सिंह’, विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्रा, गोवंश के संरक्षण और गोपालकों की आर्थिक स्थिति को सुधार के लिए नवाचारी प्रयास करने वाले विशेषज्ञों में डॉ. आनंद कुमार, डॉ. प्रतीक सचान, डॉ. संजय यादव, डॉ गंगवार, डॉ प्रमोद कुमार त्रिपाठी, डॉ उमाशंकर श्रीवास्तव, अमित आनंद, चन्दर कुमार, सुनील शाक्य, सुनील मिश्रा सहित आयोग से सम्बद्ध विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग उद्यान विभाग, उद्यमिता विभाग, वैज्ञानिक, गोपालक, गो प्रेमी और अनेक संबधित विभागों के अधिकारी और भारी संख्या में पशु प्रेमी गोपालक तथा लखनऊ शहर के निवासी  मौजूद थे।

*****