ANIMAL WELFARE

Tuesday 30 June 2020

करेंद गाँव को ऐसा मॉडल गाँव बनाना है, जिसे देश दुनिया के लोग देखने आएं: गोसेवा आयोग





करेंद गांव को ऐसा मॉडल गांव बनाना है, जिसका नाम प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में हो और लोग देखने आएं। हमारी इच्छा है कि इस गांव में एक बार मुख्यमंत्री भी आएं

करेंद,लखनऊ (उत्तर प्रदेश) ; 1 जुलाई 2020 :  डॉ.  पी. के. त्रिपाठी 

करेंद गांव को ऐसा मॉडल गांव  बनाना है, जिसका नाम प्रदेश  में ही नहीं बल्कि पूरे देश में हो और लोग देखने आएं। हमारी इच्छा है कि इस गांव में एक बार मुख्यमंत्री  भी आएं। यही नहीं, अगले महीने प्रधानमंत्री 'मन की बात' कार्यक्रम में इस गांव की चार महिलाओं का नाम अवश्य लें, क्योंकि प्रधानमंत्री हर बार 'मन की बात'  में किसी न किसी महिला, पुरुष या बच्चे का नाम अवश्य लेते हैं। यह विचार सोमवार को राजधानी के विकास खण्ड माल की ग्राम पंचायत अहमदपुर  में आयोजित एक किसान गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए गोसेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो. श्याम नंदन सिंह  ने व्यक्त किए।


इस गोष्ठी का आयोजन गोसेवा आयोग और यूनाइट फाउण्डेशन की संयुक्त पहल के अन्तर्गत किया गया था। गोसेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो. श्याम नंदन सिंह ने कहा कि इजराइल हमसे एक साल पहले स्वतंत्र राष्ट्र बना था, जिसकी आबादी दिल्ली से भी कम है, लेकिन उसकी टेक्नॉलाजी का उपयोग पूरी दुनिया कर रही है। इसके अलावा 12 देशों से घिरे होने के बावजूद इजराइल की ओर कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता है। 

उन्होंने कहा कि हमें गोबर से उपले और गमले बनाने की मशीनों का प्रयोग करना चाहिए और गोबर से खाद एवं गोमूत्र से कीटनाशक बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी जी कहते हैं कि आत्मनिर्भर बनो और यह तभी सम्भव है, जब गांव के लोग एकजुट होकर रोजगार से जुड़ जाएं। उन्होंने इस दौरान गौशाला का निरीक्षण किया और सागौन का पेड़ लगाकर वृक्षारोपण की शुरुआत की। उनके साथ कई लोगों ने भी पौधे लगाए।

इससे पूर्व जिला कृषि अधिकारी आकाश मिश्रा ने कहा कि उनके विभाग के पास किसानों के लिए कई योजनाएं हैं, जिनसे किसान भाई लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस गांव में जिन किसानों को अभी तक किसान सम्मान निधि का पैसा नहीं मिल रहा है, वह लोग अतिशीघ्र अपने-अपने अभिलेख जमा कर दें। अगले महीने उनके खाते में पैसा आ जाएगा और जिनके अभिलेखों में त्रुटियां होंगी उन्हें दूर करा दिया जाएगा। 

इसके अलावा किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए भी सहायक विकास अधिकारी बैंक के साथ मिलकर शत प्रतिशत कार्ड बनवाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को कस्टम हायर सेन्टर के माध्यम से किसानों को पचास प्रतिशत छूट मिलती है और महिला समूहों को 75 प्रतिशत छूट मिलती है। ऐसी ही अनेक योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी।

जिला उपायुक्त ग्रामीण आजीविका मिशन सुखराज बंधु ने कहा कि उनका विभाग समूहों की महिलाओं को हर प्रकार का प्रशिक्षण नि:शुल्क दिलाता है। इसके अलावा हर प्रकार के रोजगार से जोड़ने के लिए विभाग प्रयत्नशील है। कई योजनाओं में उनको प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि गांवों में ग्राम संगठनों का गठन कर बैंकों में खाते खुलवाए जा रहे हैं, जिससे महिला समूह अधिक पैसे वाले रोजगार भी एक साथ मिलकर शुरू कर सकें।

सहायक जिला पंचायतराज अधिकारी ए.पी. मौर्य ने कहा कि गांव के विकास में पंचायत की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के सचिव की जिम्मेदारी होती है कि वह गांव के हर व्यक्ति की समस्या का समाधान कराए और सरकार की अधिकांश योजनाओं का लाभ सभी को मिले। उन्होंने कहा कि यहां के प्रधान और सचिव ऐसा प्रयास करेंगे कि अगले कुछ ही दिनों में गांव के हर पात्र व्यक्ति किसी न किसी योजना से जोड़ा जाए।

इससे पूर्व ग्रामीणों ने शिकायत की कि बैंक आफ इंडिया गहदौं शाखा में कोई भी काम दलाल संतोष के ​बिना नहीं हो सकता। यह सुनकर आयोग के अध्यक्ष ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए शाखा प्रबन्धक आर.एस.गौतम को मौके पर तलब कर कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में बैंक के आसपास कोई भी दलाल दिखाई पड़ा और जनता ने ​इसकी शिकायत की तो दलाल के साथ-साथ आपके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद शाखा प्रबन्धक ने कहा कि किसी का भी कोई काम न हो तो वह उनसे सम्पर्क करे, किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। 

यूनाइट फाउण्डेशन के अध्यक्ष डा.पी.के.त्रिपाठी ने कहा कि हमारी संस्था गांव के विकास में हरसम्भव मदद करेगी। उन्होंने अपने अनुभव किसानों के साथ साझा किए। इस दौरान देवशरन तिवारी, नरेन्द्र मोहन ने भी अपने विचार रखे। गोष्ठी में सोशल ​डिस्टेंसिंग का पालन करने के अलावा सीएचसी के आशिफ खान ने सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की।

इस अवसर पर गो सेवा आयोग के सचिव डॉ. अनिल शर्मा, डॉ. संजय यादव, एडीओ कृषि रामऔतार गुप्ता, एडीओ पंचायत अनिल कुमार मिश्रा, एडीओ आईएसबी प्रदीप यादव, एनआरएलएम से ऋषभ शुक्ला, सचिव ग्राम पंचायत सत्य प्रकाश सहित अनेक नागरिक एवं समूह की महिलाएं, किसान उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन यूनाइट फाउण्डेशन के उपाध्यक्ष एवं न्यूज टाइम्स नेटवर्क के स्थानीय सम्पादक राधेश्याम दीक्षित ने किया। गोष्ठी का समापन ग्राम प्रधान राजेन्द्र मौर्य ने किया। ( साभार : न्यूज़ टाइम्स ,लखनऊ )




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झारखंड में पशु चिकित्सकों का आंदोलन कल से आरंभ होगा - झारखंड पशु चिकित्सा सेवा संघ ने समस्याओं को लगातार नजरअंदाज करने का सरकार पर आरोप लगाया



रांची (झारखंड);1 जुलाई 2020  रिपोर्ट:डॉ. आर. बी. चौधरी

झारखंड में पशु चिकित्सकों की अनदेखी निरंतर जारी है।झारखंड जैसे विकासशील राज्य में कृषि के साथ में पशुपालन का बहुत बड़ा महत्व है लेकिन शासन- प्रशासन के मन में खोट होने की वजह से प्रदेश भर के पशु चिकित्सा अधिकारी एक सदमे की हालत में है। हर बारअनुरोध पत्र लिखते हैं लेकिनउस पर कोई कार्यवाही नहीं होती।पत्थरों को नजरअंदाज करने का सिलसिलानिरंतर जारी है।  

झारखंड पशु चिकित्सा सेवा संघ की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक -सह- संयुक्त सचिव, अंजनी कुमार के पत्र के आलोक में उपायुक्त पलामू ने जिला के रिक्त पशुपालन विभाग के पदों का प्रभार जिला मत्स्य पदाधिकारी, पलामू को ग्रहण करने का आदेश निर्गत किया है जो नियम विरुद्ध है।  जिसका संघ ने विरोध करते हुए नियमों के उल्लंघन होने का दस्तावेज संलग्न कर आदेश वापस लेने का पत्र दिया है, परन्तु हम पशु चिकित्सकों की भावनाओं को दरकिनार करते हुए 27 जून.2020 को जिला मत्स्य पदाधिकारी, पलामू ने पशु शल्य चिकित्सालय के पद पशु शल्य चिकित्सक का प्रभार ग्रहण किया है।यह नियम के सिर्फ विरुद्ध ही नहीं है बल्कि निहायत अपमानजनक है।

झारखंड पशु चिकित्सा सेवा संघ के पदाधिकारीनिरंतर उपेक्षा के शिकार हो रहे हैं.प्रदेश भर केपशु चिकित्सकों में असंतोष छाया हुआ है। झारखंड पशु चिकित्सा सेवा संघने इन परिस्थितियों का जिक्र करते हुए बताया कि  संघ के समक्ष अपने वैधानिक हितों की रक्षा के लिए आन्दोलन करने की परिस्थितियां पैदा हो गई है और सभी पशु चिकित्सकसकते में है। संघ ने यह भी कहा कि पशुचिकित्सकों के समक्ष अब कोई दूसरा विकल्प शेष नहीं है और अगली रणनीति के रूप में संघ सदस्यों से आन्दोलन करने की तैयारी में है। 
 आन्दोलन के कार्यक्रम की रुपरेखा निम्न प्रकार है।

संघ ने बताया कियह आंदोलन 02 जुलाई 20 से 04 जुलाई 20 तक काला फीता/बिल्ला लगा कर कार्यालय में कार्य सम्पादन करेंगे।इसी बीच, कार्यकारिणी और कठोर कदम उठाने पर सदस्यों के साथ विमर्श भी करती रहेगी।अपने जिलों में पूरे आन्दोलन का स्थानीय समाचार पत्रों में दैनिक। प्रकाशन की व्यवस्था करेंगे। सदस्य गण आन्दोलन कार्यक्रम का फोटो/ सेल्फी (विवरण के साथ) संघ की आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप जेबीएसए-1 /जेबीएसए-2 में  अधिकतम संख्या में रोजाना पोस्ट करेंगे।


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