ANIMAL WELFARE

Tuesday, 11 June 2019

पशु -पक्षी प्रिय वृक्ष लगाइए धरती बचाइए- शहरों में वृक्षारोपण से अपराध घटेंगे- सोच सकारात्मक एवं धार्मिक होगी - लोगों की खुशहाली और उम्र बढ़ेगी : भिखारी प्रजापति

पीकेएनबी संवादसूत्र : 11 जून 2019 गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)

ज ऑर. डी. एनिमल वेलफेयर  फाउंडेशन के तत्वाधान में  एक भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम का  शुभारंभ किया गया।  वृक्षों की भूमिका पर विश्व हिंदू महासंघ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष भिखारी प्रजापति  मुख्य अतिथि के रूप में  एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहां कि आज के परिपेक्ष में वृक्षारोपण बेहद जरूरी है, खास करके पशु पक्षियों के पसंदीदा  वृक्षों की। वृक्षों की भूमिका बताते हुए सभी से आग्रह किया कि अधिक से अधिक अपने आस-पास  पेड़-पौधे लगाइए। इससे प्राप्त शुद्ध हवा सकारात्मक विचार देगी और उससे ऊर्जा मिलेगी  जिससे हमारा तनाव कम होगा। इतने ही नहीं हमारे आपसी कलह -झगड़े और  विवाद या  क्राइम की  घटनाएं कम होती हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  के बाद विश्व हिंदू महासंघ  के जिम्मेदारियों को बखूबी से निभाने वाले  भिखारी प्रजापति  पेशे  से शिक्षक हैं। इसलिए उनकी  ईमानदारी,सादगी और शालीनता अत्यंत चर्चित है। यही कारण है कि वर्तमान में अध्यक्ष की  गरिमामय भूमिका अभी तक निभा रहे हैं।  मुख्य अतिथि के रूप में  उन्होंने  सबसे पहले वृक्षारोपण का शुभारंभ किया और दूर- दूर से आए पशु  प्रेमियों , पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने वाले कार्यकर्ताओं तथा विश्व हिंदू महासंघ के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि  हमारे पौराणिक ग्रंथों में वृक्षों की  महिमा का विधिवत वर्णन किया गया है और यही कारण है कि आज भी तमाम ऐसे वृक्ष है जिनकी हम पूजा करते हैं।  पौराणिक मान्यता की पुष्टि करते हुए उन्होंने बताया कि एक वृक्ष लगभग 48 पाउंड कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करता और 260 पौंड ऑक्सीजन छोड़ता है। उन्होंने आगे बताया कि प्रतिवर्ष भारत में 12,000 लोग लू और तपिश का शिकार होते हैं जो निरंतर बढ़ती जा रही है।जब एक वृक्ष 10 मीटर के परिधि में ऑक्सीजन छोड़ता तथा ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण को सोखता है तू हमारे आसपास का वातावरण ठंडा रहता है। अगर हम अपना जीवन हरियाली के बीच में व्यतीत करें तो हमारी उम्र में 7 साल का इजाफा हो जाएगा।  उन्होंने सीता मैया का उदाहरण देते हुए कहा कि सीता माता अशोक वृक्ष के नीचे  बैठकर अपने मन पीड़ा को सहने शक्ति जुटती थी ।

ऑर. डी. एनिमल वेलफेयर  फाउंडेशन  के इस कार्यक्रम में लखनऊ से पधारे उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद के उपाध्यक्ष अश्वनी त्रिपाठी विशेष अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा कि वृक्षारोपण आज की आवश्यकता बन गई है किंतु वृक्षारोपण का महत्व समझना समझाना कोई नई बात नहीं है।  इसका इतिहास हमारे धर्म ज्ञान- विज्ञान से जुड़ा हुआ है जिसे हमारे पूर्वज अपने अनुभव और ज्ञान से कल्पवृक्ष की खोज की थी और उसे आज विज्ञानकी कसौटी पर खरा पाते हैं। त्रिपाठी ने पशु-पक्षियों की दुर्दशा और पर्यावरण प्रदूषण से होने वाले घातक असर की चर्चा की।

कार्यक्रम के आयोजक एवं विश्व हिंदू महासंघ कार्यकारिणी के सदस्य रामानुज सिंह-भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड भारत सरकार के मानद जिला जीव जंतु कल्याण अधिकारी (गाजियाबाद) ने कहा कि वृक्षारोपण का कार्यक्रम अब चल पड़ा है और चलता ही रहेगा।उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू महासभा का "ग्रीन गाजियाबाद" का अभियान अपनी मंजिल परअवश्य पहुंचेगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में 1,000 से अधिक कार्यकर्ता शामिल हुए और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की "गौ संरक्षण-पर्यावरण रक्षण-जीवन रक्षण" नीति उत्तर प्रदेश में एक नई क्रांति ला रही है। उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री के जन प्रेम का नतीजा हम हाल में हुए पार्लियामेंट चुनाव के दौरान भली-भांति  देख चुके हैं ।

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